ऋषभ की कविताएँ
गुरुवार, 11 मई 2017
वेणीसंहार
धरती के वेणी संहार को
प्रतीक्षा रहती है भीम की।
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युधिष्ठिर स्वर्ग में ही अच्छे!
24/4/2017
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