होंठ पर थे गीत मेरे, साँस में मेरी कहानी थी।
उन दिनों आपको मेरी हर अदा लगती सुहानी थी।।
आज बरसों बाद अपनी समझ में यह बात आई है;
आपने चाहा जिसे वह मैं न था, मेरी जवानी थी।।
उन दिनों आपको मेरी हर अदा लगती सुहानी थी।।
आज बरसों बाद अपनी समझ में यह बात आई है;
आपने चाहा जिसे वह मैं न था, मेरी जवानी थी।।
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