तब मैं अकेली होती हूँ।
इसे तुम जानती हो, माँ
इसीलिए तो अपने आशीष
रोज गूँथ देती हो
आँज देती हो मेरी आंखों में
सबसे अच्छी माँ हो,
-मेरी माँ .
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